ब्रह्मांड में मानव: 'दिव्य जीवन' से कुछ चयन श्री अरबिंदो (शाकाहारी) द्वारा , 2 का भाग 12022-01-31ज्ञान की बातें विवरणडाउनलोड Docxऔर पढो"दिव्यता के क्रमिक स्तर में उतरना, मनुष्य के लिए रूहानियत में चड़ाव है; हर घूंघट जो अनजान ईश्वर को छुपाता है ईश्वर-प्रेमी और ईश्वर-साधक के लिए उनके अनावरण का एक यंत्र बन जाता है।"