'कबीर (शाकाहारी) के गीतों' से चयन: गीत 77-100, 2 का भाग 12022-05-11ज्ञान की बातें विवरणडाउनलोड Docxऔर पढो"कबीर सोचते हैं और कहते हैं: 'वह जिसकी कोई जाति नहीं न ही देश है, जो निराकार और बिना गुणवत्ता के है, सभी जगह भरता है।'"